महंगाई के कारण ‘लाल’ हो रहा टमाटर! आखिर कब तक रहेगी ऐसी स्थिति?

बीते कुछ दिनों में टमाटर की महंगाई (Tamatar Ki Mahangai) आसमान छू रही है. दिल्ली और कोलकाता सहित देश के अधिकतर इलाकों में खुदरा बाजार में टमाटर 75 से 80 रुपये किलो बिक रहा है. करीब एक माह पहले तक यह खुदरा बाजार में 35 से 40 रुपये किलो तक बिकता था. टमाटर के भाव में इस तेजी के पीछे मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में भारी बारिश है. बारिश के कारण टमाटर की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है.

 

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक कोलकाता के खुदरा बाजारों में टमाटर के भाव 72 रुपये किलो है जबकि एक माह पहले तक यहां टमाटर 35 से 38 रुपये किलो बिक रहा था.

 

केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय ने भी स्वीकार किया है कि बीते एक माह में टमाटर की खुदरा कीमतों में 30 रुपये प्रति किलो तक की वृद्धि हुई है. मंत्रालय के मुताबिक दिल्ली-चेन्नई में टमाटर का खुदरा भाव 57 रुपये किलो है.

दिल्ली-एनसीआई में 80-100 रुपये टमाटर
लेकिन आप सरकारी आंकड़ों पर मत जाइए. दिल्ली-एनसीआर में आपको अच्छी क्वालिटी का टमाटर 80 से 100 रुपये किलो के बीच मिल रहा है.

 

सरकार के मुताबिक मुंबई में टमाटर की खुदरा कीमत में 15 रुपये किलो तक की तेजी आई है और यह बढ़कर 53 रुपये किलो हो गया है.

 

दिल्ली में क्यों है सबसे ज्यादा महंगाई
मुंबई की तुलना में दिल्ली में टमाटर की ज्यादा महंगाई की वजह राजधानी के आसपास टमाटर की खेती का नहीं होना है. दिल्ली की जरूरत को पूरा करने के लिए अधिकतर टमाटर महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से लाए जाते हैं.

 

ऐसे में बेमौसमी बरसात की वजह से इन दोनों राज्यों में फसल खराब होने की सबसे ज्यादा मार दिल्ली पर पड़ी है. इसके साथ ही डीजल की महंगाई ने भी टमाटर सहित अन्य सब्जियों के भाव बढ़ा दिए हैं. महंगे डीजल की वजह से सब्जियों की ढुलाई लागत बढ़ गई है.

 

थोक बाजार में भी बढ़े दाम
दिल्ली के सबसे बड़े थोक बाजार आजादपुर टमाटर मंडी संघ के अध्यक्ष अकोश कैशिक का भी कहना है कि मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की बेमौसमी बरसात ने दिल्ली में टमाटर की आपूर्ति बाधित की है. उन्होंने कहा कि थोड़ बाजार में कीमत बढ़ने का ही असर खुदरा बाजार पर पड़ा है. हम खुद महंगे दाम पर टमाटर खरीद रहे हैं. इस कारण आगे उपभोक्ता तक पहुंचते-पहुंचते टमाटर और महंगा हो जा रहा है.

 

हिमाचल में भारी बारिश
उन्होंने कहा कि यहां तक ​​कि शिमला जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में भी बेमौसम बारिश के कारण फसल प्रभावित हुई है. उन्होंने कहा कि बेमौसम बारिश वाले उत्पादक राज्यों में टमाटर की 60 प्रतिशत फसल बर्बाद हो गई है.

 

उन्होंने कहा कि नतीजतन, एक महीने में टमाटर की कीमतें आजादपुर मंडी में लगभग दोगुनी होकर 40-60 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं, क्योंकि इस सब्जी की दैनिक आवक 250-300 टन रह गई है.

 

मौजूदा समय में, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के प्रमुख उत्पादक राज्यों में कटाई चल रही है. टमाटर की फसल बोने के लगभग दो-तीन महीने में कटाई के लिए तैयार हो जाती है और बाजार की आवश्यकता के अनुसार कटाई की जाती है.

 

और महंगी हो सकती हैं सब्जियां और टमाटर
सब्जी व्यापारियों का कहना है कि अगर इसी तरह की स्थिति बनी रही तो आने वाले हफ्तों में सब्जियां और टमाटर और महंगी हो सकती हैं. दिल्ली के लक्ष्मी नगर के सब्जी व्यापारी रमेश साहू ने पीटीआई से कहा कि टमाटर और प्याज के भाव में तेजी आई है.

 

साहू ने कहा, “अब, टमाटर की कीमतें 50 रुपये से 55 रुपये प्रति किलो के बीच हैं, जबकि पहले यह लगभग 40 रुपये प्रति किलो थीं. इसी तरह प्याज की कीमतों में भी बढ़ोतरी की गई है और अब, यह लगभग 50 रुपये प्रति किलो है जो पहले लगभग 35-40 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बेचा जा रहा था.”

 

चीन के बाद भारत सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश
नेशनल हॉर्टिकल्चरल रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन के अनुसार, चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश भारत, 7.89 लाख हेक्टेयर क्षेत्र से लगभग 25.05 टन प्रति हेक्टेयर की औसत उपज के साथ करीब 1.975 करोड़ टन टमाटर का उत्पादन करता है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button